कथाकर “निर्मल वर्मा” की साहित्यिक संवेदना एक “जादुई लालटेन “की तरह पाठकों के मानस पर प्रभाव डालती हैं। “लाल टीन की छत" यह कथा बचपन के अंतिम कगार से किशोरावस्था के ऐसे रूख पर फ़ोकस करती हैं जहाँ पहाड़ोंके अलावा कुछ भी स्थिर नहीं हैं।इस उपन्यास मैं “काया" नाम की एक ऐसी लड़की हैं जो सर्दी की लंबी सुनी छुट्टियों मैं इधर - उधर भटकती हैं। और अपने स्मृतियों की गूँजलक को खोलती रहती हैं। वह उम्र के ऐसे मोड़ पर खड़ी हैं जहाँ बचपन छूट चुका हैं।और आने वाला कल अनेक संकेतो और रहस्यों - संदेशो से भरा हुआ हैं। लेकिन यह एक अकेली लड़की की कहानी नहीं, बल्कि अकेली पड़ गयी संवेदना की कहानी हैं जहाँ पात्र अपने-अपने अँधेरे व्यक्तिगत कोनों में भटकते रहते हैं। (C) 2018 Vani Prakashan
© 2018 Storyside IN (Audiobook): 9780430017014
Release date
Audiobook: 15 May 2018
कथाकर “निर्मल वर्मा” की साहित्यिक संवेदना एक “जादुई लालटेन “की तरह पाठकों के मानस पर प्रभाव डालती हैं। “लाल टीन की छत" यह कथा बचपन के अंतिम कगार से किशोरावस्था के ऐसे रूख पर फ़ोकस करती हैं जहाँ पहाड़ोंके अलावा कुछ भी स्थिर नहीं हैं।इस उपन्यास मैं “काया" नाम की एक ऐसी लड़की हैं जो सर्दी की लंबी सुनी छुट्टियों मैं इधर - उधर भटकती हैं। और अपने स्मृतियों की गूँजलक को खोलती रहती हैं। वह उम्र के ऐसे मोड़ पर खड़ी हैं जहाँ बचपन छूट चुका हैं।और आने वाला कल अनेक संकेतो और रहस्यों - संदेशो से भरा हुआ हैं। लेकिन यह एक अकेली लड़की की कहानी नहीं, बल्कि अकेली पड़ गयी संवेदना की कहानी हैं जहाँ पात्र अपने-अपने अँधेरे व्यक्तिगत कोनों में भटकते रहते हैं। (C) 2018 Vani Prakashan
© 2018 Storyside IN (Audiobook): 9780430017014
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Audiobook: 15 May 2018
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स्वप्निल
12 Dec 2023
ओके
Amandeep
23 Jun 2021
स्वप्निल कुमारी जी ने पूरा न्याय किया है निर्मल जी के लेखन के साथ ।वह ठहराव और सूनपन जो एक पहाड़ी शहर के उन बच्चों की स्मृतियों में ठहर गया...सादर नमन
Mayank
25 Oct 2020
Very nice
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India