अन्जान अजनीबी: मुलाकात भी मुलाकात बन के रह गई। अधूरा तो रहना नहीं था हमें। फिर भी तंहा रह गए।।आर्ची अडवाणी
समतावादी काव्य संग्रह: समतावादी कलमकार साहित्य शोध संस्थान, भारत के सम्मानित कवियों का सांझा संकलन।बुद्धि सागर गौतम सह समस्त कवि