60: हिंदी में "फ़िल्म कम्पेनियन" जैसा प्लेटफ़ॉर्म चाहिए फ़िल्मों पर बात करने के लिए

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Episode
60 of 116
Duration
45min
Language
Hindi
Format
Category
Non-Fiction

प्रख्यात सिनेमा विशेषज्ञ और समीक्षक अजय ब्रह्मात्मज ने अपने बरसों से काम से हिंदी में फ़िल्म समीक्षा और फ़िल्म पर बातचीत का एक व्याकरण और माहौल विकसित किया है. वे अपने बेबाक़ अन्दाज़ और ठोस कहन के लिए जाने जाते हैं. दैनिक जागरण में एक लम्बी पारी खेलने के बाद आजकल वे डिजिटल माध्यमों में स्वतंत्र प्रयोग कर रहे हैं. इस बातचीत में वे पिछले बीस साल में सिनेमा पर बात करने, उसे रिव्यू करने के तरीक़ों पर खुल कर अपनी राय साझा कर रहे हैं. आप हमारे साथ ज़रूर साझा करें कि आपको 'बोलती किताबें' कैसा लग रहा है और आप इसमें क्या सुनना पसंद करेंगे? email: support@storytel.in (mailto:support@storytel.in) स्टोरीटेल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ (https://www.storytel.com/hindi) जाएँ.


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