25 साल से भी ज़्यादा वक़्त से वॉइसओवर की दुनिया से जुड़े अनिल दत्त डिस्कवरी और नेशनल जियोग्राफिक जैसे जाने माने चैनल्स की भारत में शुरुआत से उनके साथ मौजूद रहे. हम में से कइयों ने इनकी आवाज़ को सुना और पसंद किया होगा लेकिन अक्सर पर्दे के पीछे रहने वाली आवाज़ों के नाम से बेख़बर हम चाहकर भी वो तारीफ़ उन तक नहीं पहुँचा पाते हैं. पंजाब यूनिवर्सिटी से थिएटर की पढ़ाई करने वाले अनिल दत्त फिल्मों और नाटकों के बेहद शौक़ीन हैं और शायद यही वजह है कि वो अपनी विचारधारा और रुझान के बारे में बात करते वक़्त बिलकुल भी नहीं हिचकिचाते. स्टोरीटेल एप पर मौजूद शशि थरूर की बेहद चर्चित रही किताबों, "अंधकार काल - भारत में ब्रिटिश साम्राज्य" और "मैं हिन्दू क्यों हूँ" के हिंदी अनुवाद को अपनी आवाज़ देने वाले अनिल दत्त के साथ बातों का सिलसिला कुछ यूँ निकला की वक़्त का कोई अंदाज़ा ही नहीं रहा. आप हमारे साथ ज़रूर साझा करें कि आपको 'बोलती किताबें' कैसा लग रहा है और आप इसमें क्या सुनना पसंद करेंगे? email: support@storytel.in (mailto:support@storytel.in) स्टोरीटेल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ (https://www.storytel.com/hindi) जाएँ.
Step into an infinite world of stories
English
India