গল্পের শেষে (Golper Sheshe)Audio Pitara by Channel176 Productions
आनंद आर्यन आश्रम जाते हैं और वहीं के बच्चों से मिल रहे होते हैं ,तभी आर्यन पूछता है कि तुम्हें तो बच्चे पसंद भी नहीं है फिर भी बच्चों की इतनी मदद क्यों करना चाहते हो , आनंद कहता है ऐसे ही क्योंकि मुझे पसंद है , तभी गुस्से से तन्वी कहती है कि जब बच्चे पसंद नहीं है तो मदद मत करो इन बच्चों को भिख की जरूरत नहीं है। Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices
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