Vijay | विजयVishwambharnath Sharma Koushik
3.7
1 of 15
เรื่องสั้น
अपनी पत्नी की मृत्यु पश्चात संयमित जीवन व्यतीत कर पुत्र का विवाह कर पुत्र वधू के प्रति बहकने व प फिर पश्चाताप वश गृह त्यागने वाले एक व्यक्ति की कहानी।
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 6 กันยายน 2565
3.7
1 of 15
เรื่องสั้น
अपनी पत्नी की मृत्यु पश्चात संयमित जीवन व्यतीत कर पुत्र का विवाह कर पुत्र वधू के प्रति बहकने व प फिर पश्चाताप वश गृह त्यागने वाले एक व्यक्ति की कहानी।
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 6 กันยายน 2565
ก้าวเข้าสู่โลกแห่งเรื่องราวอันไม่มีที่สิ้นสุด
คะแนนโดยรวมอ้างอิงจากการให้คะแนน 3
ดาวน์โหลดแอปเพื่อเข้าร่วมการสนทนาและเพิ่มบทวิจารณ์
ภาษาไทย
ประเทศไทย