Mahabharat ke Amar Patra DraupadiDr. Vinay
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ศาสนา&จิตวิญญาณ
सुवर्णमृग बना मारीच राक्षस सीता के मन में लोभ जगाता हैं। सीता राम को हिरन को पकड़ने के लिए कहती हैं। उधर रावण साधु का भेस बना सीता के कुटियां के बाहर आकर भिक्षा माँगता हैं।
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 15 กุมภาพันธ์ 2566
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ศาสนา&จิตวิญญาณ
सुवर्णमृग बना मारीच राक्षस सीता के मन में लोभ जगाता हैं। सीता राम को हिरन को पकड़ने के लिए कहती हैं। उधर रावण साधु का भेस बना सीता के कुटियां के बाहर आकर भिक्षा माँगता हैं।
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 15 กุมภาพันธ์ 2566
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