प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न विषयों को आधार बना कर कवयित्री द्वारा हाइकु विधा में लघु कविताओं का सृजन किया गया है । हाइकु जापानी काव्य विधा है । इसमें कुल सत्रह वर्ण ही होते हैं । ये कुल तीन पंक्तियों में लिखी जाने वाली लघु आकार की रचनाएं होती हैं । प्रथम पंक्ति में पाँच वर्ण होते हैं । द्वितीय पंक्ति में सात वर्ण तथा अंतिम तृतीय पंक्ति में पुनः पाँच वर्ण होते हैं । इनमें मात्राओं तथा संयुक्ताक्षरों की गणना नहीं की जाती । इन लघु कलेवर की रचनाओं को बहुत कुछ भारतीय काव्य विधा क्षणिका के समकक्ष माना जा सकता है । तो आइये । आनन्द लीजिये इन हाइकु रचनाओं का ।
© 2021 Pencil (อีบุ๊ก ): 9789354585357
วันที่วางจำหน่าย
อีบุ๊ก : 18 กรกฎาคม 2564
प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न विषयों को आधार बना कर कवयित्री द्वारा हाइकु विधा में लघु कविताओं का सृजन किया गया है । हाइकु जापानी काव्य विधा है । इसमें कुल सत्रह वर्ण ही होते हैं । ये कुल तीन पंक्तियों में लिखी जाने वाली लघु आकार की रचनाएं होती हैं । प्रथम पंक्ति में पाँच वर्ण होते हैं । द्वितीय पंक्ति में सात वर्ण तथा अंतिम तृतीय पंक्ति में पुनः पाँच वर्ण होते हैं । इनमें मात्राओं तथा संयुक्ताक्षरों की गणना नहीं की जाती । इन लघु कलेवर की रचनाओं को बहुत कुछ भारतीय काव्य विधा क्षणिका के समकक्ष माना जा सकता है । तो आइये । आनन्द लीजिये इन हाइकु रचनाओं का ।
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