54: जब अनुराग कश्यप ने मुझसे कहा तुम मुंबई आ जाओ क्यूँकि तुमने फ़िल्म रीलीज कर ली और मैं नहीं कर पाता

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Episode
54 of 116
ระยะเวลา
41นาที
ภาษา
ภาษาฮินดู
รูปแบบ
หมวดหมู่
นอนฟิกชั่น

'सरकार 3' के संवाद लेखक और 'जेड प्लस' के लेखक रामकुमार सिंह पश्चिमी राजस्थान में बिरानियाँ नाम के एक गाँव से आते हैं. उनके लेखक बनने, जर्नलिज़्म तथा साहित्य के मार्फ़त उनके मुंबई पहुँचने और अपने ड्रीम फ़िल्ममेकर राम गोपाल वर्मा के साथ काम करने का उनका सफ़र उत्साह और ऊर्जा से भरने वाला है. यह बातचीत रामकुमार की किस्सागोई और ज़िंदादिली से आबाद है. स्टोरीटेल के लिए रामकुमार ने हिंदी के प्रसिद्ध कहानीकार चरण सिंह पथिक की कहानी 'दो बहनें' पढ़ी है जिसे आप इस लिंक पर जा कर सुन सकते हैं. 'दो बहनें' पर ही विशाल भारद्वाज ने अपनी फ़िल्म 'पटाखा' बनाई थी. https://www.storytel.com/in/en/books/631182-Do-Behnein और चरण सिंह पथिक के साथ 'पटाखा' के बनने की कहानी वाल पोडकास्ट सुनने का लिंक यह रहा: https://audioboom.com/posts/7055699- आप हमारे साथ ज़रूर साझा करें कि आपको 'बोलती किताबें' कैसा लग रहा है और आप इसमें क्या सुनना पसंद करेंगे? email: support@storytel.in (mailto:support@storytel.in) स्टोरीटेल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ (https://www.storytel.com/hindi) जाएँ.


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