इस बार के पोडकास्ट में भी कोई मेहमान नहीं है क्यूँकि इस में हम बात कर रहे हैं स्टोरीटेल के ऑडियो प्रोडक्शन मैनेजर राहुल पाटिल से. राहुल ने थिएटर से शुरुआत की और क्या खूब की, उसके बाद वे ऑडियो की दुनिया में आये और क्या खूब आये. बड़े बड़े कलाकारों और चैनलों के साथ काम किया और फिर स्टोरीटेल इंडिया के सबसे पहले जुड़ने वाले साथियों में से एक बने. धुन के पक्के, उसूल के पक्के और बेस्ट को बेहतर करने की जुगत में लगे रहने वाले राहुल भीतर-बाहर से एक आर्टिस्ट हैं, जो करते हैं उसकी बारीकियाँ जानने वाले और उन्हें खुले दिल से सबके साथ साझा करने वाले प्रोफ़ेशनल हैं. इमोशनल तो हैं ही, उसके बिना कोई आर्टिस्ट होता है क्या! पर्दे के पीछे रहने वाले राहुल से हमनें उनकी अब तक की ज़िंदगी और आर्ट की बात की है और पूछा है कि वो इतना सारा काम क्वालिटी के साथ कैसे करते हैं, कैसे हर किताब के लिए सही आवाज़ ढूँढ निकालते हैं. अगर आप वॉयस आर्टिस्ट हैं तो आपके लिए यह बातचीत एक ट्रीट भी है मौक़ा भी. आप हमारे साथ ज़रूर साझा करें कि आपको 'बोलती किताबें' कैसा लग रहा है और आप इसमें क्या सुनना पसंद करेंगे? email: support@storytel.in (mailto:support@storytel.in) स्टोरीटेल सब्सक्राइब करने के लिए यहाँ (https://www.storytel.com/hindi) जाएँ.
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