ये पुस्तक बहुत अच्छी तरह से लिखी गई है और आपको भारत के पूर्व-मुगल समय में ले जाती है। यह एक युवा महिला की दुखद कहानी है जो अपने छोटे से गांव से बाहर निकलकर दुनिया देखना चाहती है, लेकिन सामाजिक मानदंडों से प्रतिबंधित है।
ผู้แปล : Suchita Mittal
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 8 มีนาคม 2565
ये पुस्तक बहुत अच्छी तरह से लिखी गई है और आपको भारत के पूर्व-मुगल समय में ले जाती है। यह एक युवा महिला की दुखद कहानी है जो अपने छोटे से गांव से बाहर निकलकर दुनिया देखना चाहती है, लेकिन सामाजिक मानदंडों से प्रतिबंधित है।
ผู้แปล : Suchita Mittal
วันที่วางจำหน่าย
หนังสือเสียง : 8 มีนาคม 2565
ก้าวเข้าสู่โลกแห่งเรื่องราวอันไม่มีที่สิ้นสุด
คะแนนโดยรวมอ้างอิงจากการให้คะแนน 20
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สับสน
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