पॉडकास्ट|सोशल डिस्टन्सिंग के इस दौर में राहत पैकेज कैसे होगा लागु?

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ภาษาฮินดู
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दुनियाभर में आतंक मचाने वाले कोरोनावायरस से भारत में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब 700 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इसकी वजह से 21 दिन तक पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है. प्रधानमंत्री ने खुद इसका ऐलान करते हुए कहा था कि बाहर निकलना क्या होता है ये भूल जाइए.

लेकिन इस ऐलान के बाद सभी का ध्यान उन लोगों पर गया, जिन्हें रोज बाहर जाकर अपने परिवार के लिए खाने का जुगाड़ करना पड़ता है. सवाल था कि अगर गरीब और दिहाड़ी मजदूर बाहर नहीं निकलेगा तो क्या कमाएगा... और अगर कमाएगा नहीं तो खाएगा क्या? भले ही पीएम ने इस सवाल का सीधे जवाब ना दिया हो लेकिन 26 मार्च को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस सवाल का जवाब दिया.

गरीबों के लिए आखिरकार सरकार ने अपना खजाना खोला और रिलीफ पैकेज का ऐलान कर दिया. क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया से जानेंगे कि वो क्या चुनौतियाँ हैं जो सरकार के इस राहत पैकेज को इम्प्लीमेंट करने में आ सकती हैं. Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices


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