ฟังและอ่าน

ก้าวเข้าสู่โลกแห่งเรื่องราวอันไม่มีที่สิ้นสุด

  • อ่านและฟังได้มากเท่าที่คุณต้องการ
  • มากกว่า 1 ล้านชื่อ
  • Storytel Originals ผลงานเฉพาะบน Storytel
  • 199บ./ด.
  • ยกเลิกได้ทุกเมื่อ
เริ่ม
Details page - Device banner - 894x1036

Moksha Path Rahasya (Original recording - voice of Sirshree)

ระยะเวลา
3H 40นาที
ภาษา
ภาษาฮินดู
Format
หมวดหมู่

ศาสนา&จิตวิญญาณ

मोक्ष से जुड़ी मान्यताओं ने उसे कठिन बना दिया है। लोग सोचते हैं यह कलयुग है। आज किसी को मोक्ष नहीं मिल सकता क्योंकि आज कोई ऋषि-मुनियों की तरह घोर तप नहीं करता। जिन्होंने ये मान्यताएँ बनाईं इस कल्पना से बनाई कि मोक्ष सिर्फ मृत्यु के बाद ही मिलता है और उन्हें ही मिलता है, जो कठिन साधनाएँ करते हैं।मोक्ष की असली परिभाषा समझ में आए तो इसे पाना हरेक के लिए संभव है। इसके लिए हिमालय पर जाकर घोर तप करने की ज़रूरत नहीं है। इसी जीवन में, संसार में रहते हुए, इंसान मोक्ष पा सकता है। इसके लिए मोक्ष क्या है, यह समझना आवश्यक है।

मोक्ष आंतरिक अवस्था है, जो पाना अध्यात्म की राह पर चलनेवालों का परमलक्ष्य है। यह अवस्था भगवान महावीर, गौतम बुद्ध, गुरुनानक, संत तुकाराम, मीरा आदि को प्राप्त हुई थी। इनमें आत्मज्ञान जागा और इन्होंने जीवन के परमसत्य को जाना। उनके जीवन का उद्देश्य सफल हुआ। इसे ही मोक्ष कहा गया है।

मोक्ष मन के परे की अवस्था है और हमारा मन ही इसे पाने में सबसे बड़ी बाधा है। मन मोक्ष की कल्पना करता है। अध्यात्म में कहा जाता है कि मोक्ष को कल्पना में नहीं बिठाया जा सकता और न ही उसका शब्दों में वर्णन किया जा सकता है। उसे पाकर ही जाना जा सकता है।मन नकारात्मक भाव लाता है, जिससे इंसान सुख-दुःख के फेरे में फँस जाता है। मगर अध्यात्म कहता है, सुख-दुःख के चक्कर से मुक्ति ही मोक्ष है।

मन अपने कार्य का श्रेय लेना चाहता है। श्रेय से अहंभाव जगता है। इंसान खुद कोे तब तक श्रेष्ठ मानता रहता है, जब तक वह अपने से किसी श्रेष्ठ से नहीं मिलता। ऐसा होने पर उसका अहंकार मिटता है। अध्यात्म कहता है, अहंकार का बनना-मिटना समाप्त होना मोक्ष है।

मोक्ष पाने के अनेक मार्ग हैं, जैसे नाम सिमरन, भक्ति, संन्यास मार्ग, ध्यान आदि। ये सारे मार्ग अंततः मन के परे जाकर आत्मज्ञान जगाने के लिए ही हैं।

मन के परे जाने का आसान मार्ग है, समझ प्राप्त करना और अपने आपको जानना। मन कहाँ दुःख लाता है, श्रेय लेना चाहता है, अहंकार जगाता है, यह ज्ञान हो तो संसार में रहते हुए, सारी ज़िम्मेदारियों को निभाते हुए भी मोक्ष मिल सकता है। संसार को, संसार की घटनाओं को इसके लिए निमित्त बनाया जा सकता है।कैसे संसार में रहते हुए ही मोक्ष प्राप्त करें, कैसे मन का दर्पण समझ द्वारा साफ कर उसे स्वदर्शन के लिए निमित्त बनाएँ, जानने के लिए जानने के लिए स्वयं सरश्री जी की मधुर वाणी में सुनें ऑडियो बुक - ‘मोक्ष पथ रहस्य’ और अपने जीवन को जीते जी मोक्ष के पथ पर ले जाएँ।

วันที่วางจำหน่าย

หนังสือเสียง : 21 เมษายน 2564

คนอื่นก็สนุก...

ทุกที่ ทุกเวลากับ Storytel:

  • กว่า 500 000 รายการ

  • Kids Mode (เนื้อหาที่ปลอดภัยสำหรับเด็ก)

  • ดาวน์โหลดหนังสือสำหรับการเข้าถึงแบบออฟไลน์

  • ยกเลิกได้ตลอดเวลา

ที่นิยมมากที่สุด

Unlimited

สำหรับผู้ที่ต้องการฟังและอ่านอย่างไม่จำกัด

199 บ. /เดือน
  • 1 บัญชี

  • การเข้าถึงแบบไม่ จำกัด

  • 1 บัญชี

  • ยกเลิกได้ทุกเมื่อ

เริ่ม

Family

สำหรับผู้ที่ต้องการแบ่งปันเรื่องราวกับครอบครัวและเพื่อน

349 บ. /เดือน
  • 3 บัญชี

  • การเข้าถึงแบบไม่ จำกัด

  • ฟังได้ไม่จำกัด

  • ยกเลิกได้ทุกเมื่อ

เริ่ม